जलवायु परिवर्तन और इसका प्रभाव

Image
जलवायु परिवर्तन ऐसे तो 1970 के आसपास वैज्ञानिकों को इसके बारे में पता चला लेकिन बहुत सी खामियां होने के कारण जनता बहुत कम इसके बारे में बताया गया और आज 2021 में यहां इस कदर हो चुका है की इसका असर प्राकृतिक तौर पर तो है ही साथ में जानवरों की प्रजाति पर भी इसका बहुत गहरा असर पड़ा है   आज इसका सीधा असर पड़ा है  इंसानों पर प्राकृतिक तौर पर तापमान बढ़ने से हो रहा है जिसमें धरती पर सभी जीव जंतु आते हैं अगर सीधे तौर पर बात करें तो जानवरों पर इनके प्रजनन क्षमता पर बहुत असर पड़ रहा है जिसका सीधा मतलब यह है कि अगर तापमान ज्यादा बढ़ता है या बढ़ता रहेगा तो जानवरों की आदि प्रजातियों की प्रजनन क्षमता पर बहुत असर पड़ता है जिससे जानवरों कीट पक्षी जलचर आदि पर यह सर ऐसे दिखता है तापमान बढ़ने का की कछुआ जो समुद्र में रहता है उस पर तापमान गरम और  ठंडे रहने से उनके मादा और नर के प्रजनन पर असर पड़ता है अगर ठंडे ठंडे रहते हैं तो नर कछुए पैदा होते हैं और अगर अंडे गर्म रहेंगे तो मादा कछुए ज्यादा पैदा होगी इसी तरीके से इनका असर कीटो आदि पर बहुत गहरा असर पड़ता है जिससे आने वाले समय में कुछ जीव जंतु जलचर कीट आ

मध्यम वर्गीय भारतीय परिवारों में वाशिंग मशीन की खरीदारी

भारत जिस तरीके से अपने देश में #औद्योगिकक्रांति को विभिन्न-विभिन्न तरीके से अपने देश में बढ़ावा दे रहा है उसका हाल ही में एक उदाहरण #वाशिंगमशीन का है जोकि भारतीय मध्यम वर्गीय सेक्टर में अपनी पेट धीरे-धीरे बनाते जा रही है

जो कि करीब वर्ष 2019  में वाशिंग मशीन का बाजार 1267 millions US dollar  था जोकि 2021-26 में #CAGR की रिपोर्ट के अनुसार 3.7 प्रतिशत की दर से 16098 millions US dollar  तक पहुंच जाएगा  और वाशिंग मशीन का भारतीय मध्यम वर्गीय सेक्टर में बहुत खूब खरीदारी होगी जो कि यह दर्शाता है कि भारत में मध्यम वर्गीय सेक्टर में खरीदारी के तौर में बहुत बड़ा बदलाव आ रहा है और उनके रहन-सहन में भी बहुत बड़ा बदलाव आ रहा है आधुनिक सुख सुविधा के अनुसार भारत में टॉप वाशिंग मशीन की ब्रांड निम्न प्रकार है ! 


  1- LG washing machine 

2- Samsung washing machine 

3-Godrej Washing Machine 

4-Haier washing machine 

5- IFB  वाशिंग मशीन 

6- बोस्च वाशिंग मशीन आदि 


 विश्वस्तरीय ब्रांड ने भारत में प्रसिद्ध है जिनका भारतीय मध्यम वर्गीय परिवार खरीदारी करता है जिसमें की 55% सेमी ऑटोमेटिक वाशिंग मशीन भारतीय बाजारों में खरीदी  जाति है जबकि 45% ऑटोमेटिक वॉशिंग मशीन भारतीय बाजारों में खरीदारी होती है जोकि 201-18 में ADI Media Research  के दौरान पाया गया था और अगर हम एक नजर विश्वस्तरीय वाशिंग मशीन की मांग का जायजा करें तो वाशिंग मशीन की मांग 2020 में 3879.8 मिलियंस USD के मुकाबले वाशिंग मशीन की वर्ष 2026 तक 5822.5  Millions USD होगी जोगी 7 प्रतिशत के रेट से वर्ष 2021 से 2026 तक बढ़ेगा ऐसा #CAGR रिपोर्ट कहती है

Comments

Popular posts from this blog

हिमालय एडवेंचर टूर के लिए साजो सामान कहां से मिलता है ?

जलवायु परिवर्तन और इसका प्रभाव

Old Diwali