जलवायु परिवर्तन और इसका प्रभाव

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जलवायु परिवर्तन ऐसे तो 1970 के आसपास वैज्ञानिकों को इसके बारे में पता चला लेकिन बहुत सी खामियां होने के कारण जनता बहुत कम इसके बारे में बताया गया और आज 2021 में यहां इस कदर हो चुका है की इसका असर प्राकृतिक तौर पर तो है ही साथ में जानवरों की प्रजाति पर भी इसका बहुत गहरा असर पड़ा है   आज इसका सीधा असर पड़ा है  इंसानों पर प्राकृतिक तौर पर तापमान बढ़ने से हो रहा है जिसमें धरती पर सभी जीव जंतु आते हैं अगर सीधे तौर पर बात करें तो जानवरों पर इनके प्रजनन क्षमता पर बहुत असर पड़ रहा है जिसका सीधा मतलब यह है कि अगर तापमान ज्यादा बढ़ता है या बढ़ता रहेगा तो जानवरों की आदि प्रजातियों की प्रजनन क्षमता पर बहुत असर पड़ता है जिससे जानवरों कीट पक्षी जलचर आदि पर यह सर ऐसे दिखता है तापमान बढ़ने का की कछुआ जो समुद्र में रहता है उस पर तापमान गरम और  ठंडे रहने से उनके मादा और नर के प्रजनन पर असर पड़ता है अगर ठंडे ठंडे रहते हैं तो नर कछुए पैदा होते हैं और अगर अंडे गर्म रहेंगे तो मादा कछुए ज्यादा पैदा होगी इसी तरीके से इनका असर कीटो आदि पर बहुत गहरा असर पड़ता है जिससे आने वाले समय में कुछ जीव जंतु जलचर कीट आ

बाईकर यात्रा दिल्ली से चकराता तक

अगर आप घुमक्कड़ जिज्ञासा रखते हैं तो आपको #देशविदेश कहीं भी आप घूम सकते हैं बशर्ते अगर आप उस देश प्रांत क्षेत्र समुदाय और पर्वतीय क्षेत्र आदि के बारे में समुचित जानते हो सुरक्षा और सुविधा के तौर पर अन्यथा आपको वहां जाने के लिए कोई नहीं रोक सकता है क्योंकि आपने सारे प्रबंध कर लिए हैं और अगर मेरी मांने तो वह आपके लिए बाइकर यात्रा भारत की राजधानी दिल्ली से और पर्वतों के राजा चकराता पर्यटन क्षेत्र और पहाड़ी शहर जाने से आपको कोई नहीं रोक सकता है 


क्योंकि यहां पर आप को इस करीब 300 किलोमीटर के रास्ते में आपको 24 घंटे आने-जाने की सुविधा और रिपेयर की सुविधा और हॉस्पिटल की सुविधा और सुरक्षा की सुविधा मिलेगी पुलिस के साथ और  शांत क्षेत्र भी मिलेगा क्योंकि यह देहरादून जिले के अंतर्गत ही आता है और यह खास यात्रा आपके लिए इसलिए है


 कि यहां क्योंकि यह चाइना बॉर्डर से मात्र 100 किलोमीटर दूर पड़ता है और आपकी एडवेंचर यात्रा बहुत सफल भी होगी इसके लिए आपको अगर आप भारतीय हैं तो आपके पास बाइक होगी और एक आप अनुभवी भाई करोगे जिसके लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं सुरक्षा के साधन आपको जुटाने होंगे जैसे बाइक का पंचर हो ना उस को रिपेयर करने की डिवाइस और हवा भरने का पंप और पंचर लगाने की सुविधा आदि यह आपको अपने बाइक में सारी सुसज्जित करने पड़ेगा और एक बैग भी आपके होने चाहिए जिसे पिट्ठू बैग कहते हैं 


और उसमें सारे आप कपड़े रख सकते हैं और आपको थोड़ा बहुत अपना धन की सुविधा भी आपको रखनी होगी ताकि आप ऑनलाइन पेमेंट या जहां भी रात को स्टे करते हैं वहां के लिए भी आपको कुछ थोड़ा धन कार्ड में ही रख सकते हैं ऑनलाइन कर सकते हैं सुविधा आपको मिलेगी पहाड़ी क्षेत्र में भी अब हम बात करेंगे दिल्ली से चकराता पर्यटन क्षेत्र तक पहुंचने के लिए बाइकर यात्रा कैसे शुरू करी जाए और


 कैसे सफल पूर्वक समाप्त कर दी जाए इसके लिए आपको चकराता तक पहुंचने के लिए दिल्ली तक का रास्ता मालूम होना चाहिए क्योंकि सुरक्षित हो और आपको सुविधा भी खाने-पीने और रहने की सुविधा मिलती रहें ताकि आप अपनी बाइक यात्रा को रोमांचित तरीके से आनंद ले सकें इसकी यात्रा कुछ चुनिंदा राजमार्गों और रास्तों से शुरू कर सकते हैं जो कि निम्न प्रकार है !


 1- दिल्ली से  मेरठ  तक जाने वाला मार्ग और उसके बाद खतौली  खतौली के बाद जो रास्ता पड़ेगा वह आपको मिलेगा रुड़की मार्ग  रुड़की मार्ग से  सीधा आपको  देहरादून मार्ग पकड़ना होगा  बस स्टैंड रुड़की से  उसके बाद आप देहरादून पहुंच कर किसी से भी अगर पूछेंगे तो आप  शिमला बायपास  एक सुरक्षित मार्ग और अच्छा मार्ग है से आप विकासनगर पहुंचेंगे विकासनगर तक पहुंचने  के लिए  आपको करीब  ढाई सौ किलोमीटर  की यात्रा  कर चुके होंगे  अपने बाइक से  जिसके लिए आप को करीब 1 दिन तो पूरा  बाइक ही चलानी पड़ेगी और मैं चाहता हूं कि आप इसको कुछ अगर अपनी यात्रा को  आनंद में  काटना चाहते हैं तो इसके लिए आपको  एक से 3 घंटे बाइक चलाकर  कुछ होटल  या रेस्टोरेंट में  नाश्ता खाना आदि खाकर या छोटे  जो टूरिस्ट प्लेस है वहां घूम कर आप अपनी यात्रा का आनंद उठा सकते हैं  और जब आप विकासनगर पहुंचेंगे तो वहां पर भी आपको रहने के लिए छोटे से सराय से लेकर बड़े होटल तक और यह पूरे सुविधा से बड़ा  राजमार्ग  जो आपको दिल्ली से चकराता तक आपको सुविधा मिलेगी रहने खाने  और सुरक्षा और आधुनिक संसाधन की सुविधा मिलेगी  चकराता  तक पहुंचने के लिए विकास नगर से मात्र 45 किलोमीटर की यात्रा रह जाएंगे जो भी आपको बाइक से लगभग डेढ़ घंटे से 2 घंटे के बीच में पूरी हो जाएगी इसके लिए भी आपको कालसी छोटे शहर पर दो रास्ते मिलेंगे जब आप विकास नगर से कालसी पहुंचेंगे एक तो विराटखाई वाला रास्ता मिलेगा जहां से आप  चकराता तक #MaktiPokhari छोटे पहाड़ी शहर होते हुए चकराता पहुंच जाएंगे इसके अलावा आप कालसी से सैया और फिर चकराता पहुंच सकते हैं और इसके अलावा जब देहरादून पहुंचते हैं आईएसबीटी तब आप मसूरी होते हुए भी आप नीचे जो नैनबाग के लिए रास्ता जाता है जमुना पुल तक आप जाएंगे और #जमुनापुल से #लखवाड़बैंड तक पहुंचे हुए और वहां से सीधा चकराता रास्ते मैं आपको लुहन बैंड , नागthaat , मांकोटी पोखरी, विराटखाई आदि #पहाड़ीशहर मिलेंगे और उसके बाद आप चकराता पहुंच जाएंगे!


 2- दिल्ली से चकराता पर्यटन  मार्ग के लिए आप  जीटी करनाल राजमार्ग से  होते हुए हरियाणा के पानीपत शहर पहुंचेंगे यमुनानगर पहुंचेंगे जो हरियाणा में ही पड़ता है जिसके बाद आपको पंचकूला होते हुए जो चंडीगढ़ में ही पड़ता है और फिर पोंटा साहिब छोटा शहर हिमाचल में पहुंचेंगे जो कि #हिमाचलप्रदेश और #उत्तराखंडप्रदेश की सीमा पर है जहां से आपको अपनी बाइक पूरी के माध्यम से निकालनी होगी और आप ढकरानी क्षेत्र जो कि विकास नगर क्षेत्र में पड़ता है उत्तराखंड के और आप 15 किलोमीटर पार कर कर #हरबर्टपुर छोटा शहर मैं पहुंचेंगे और सिर्फ 5 किलोमीटर दूरी पर #विकासनगर आपको मिलेगा और यह मार्ग भी काफी सुरक्षित और सुख सुविधाओं से सुसज्जित है और एक बाइक कर होने के नाते आपको इस मार्ग पर रहने खाने और सारी बाइक के टायर पंचर या रिपेयर करने की सुविधा 24 घंटे आपको मिलेगी और रहने की सुविधा भी पूरे मार्ग में मिलेगी इसके बाद आप विकास नगर में आप रेस्ट भी कर सकते हैं शान से सस्ता सारी सुख सुविधा शॉपिंग भी आप कर सकते हैं इसके साथ अगर आप पहाड़ में बाइक चलाते हैं तो ज्यादा तेज मत चलाओ कंट्रोल में चलाएं और मोड़ पर होरन जरूर दें और सुरक्षित चलें और सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंचे और फिर पॉइंट वन में कही गई सारी बातें विकासनगर से आप चकराता के लिए दो-तीन रास्तों से आप  विकास नगर से  मात्र कालसी 12 किलोमीटर पड़ता होगा  और जहां पर पहुंचकर चकराता के लिए  आप दो-तीन मार्गों से चकराता पहाड़ी शहर तक पहुंच सकते हैं  और उससे आगे  #ट्यूनी और फिर #हनोलमंदिर भी आपको #चकरातात्यूणीमार्ग पर ही पड़ेगाआदि तक  पहुंच सकते हैं ! ट्यूनी पारी सर चकराता से लगभग 50 किलोमीटर पड़ता है और उसके बाद 5 किलोमीटर का रास्ता हनोल मंदिर तक पहुंचता है  और आप यहां पहुंचकर चकराता त्यूणी हनोल पहुंचकर आप जौनसार बावर क्षेत्र के #पर्यटन और #होटल और बर्फ का आनंद उठा सकते हैं  और चकराता आपको मसूरी से ज्यादा ऊंचाई पर पड़ता है और यहां पर उससे ज्यादा #बर्फ पड़ती है और आपको यह मार्ग कैसा लगा क्षेत्र कैसा लगा जरूर आप कमेंट करें और लाइक शेयर करें सोशल मीडिया पर !       ( Note- Read this content in other language you can click on Google translater above three line show left   side)

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