जलवायु परिवर्तन और इसका प्रभाव

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जलवायु परिवर्तन ऐसे तो 1970 के आसपास वैज्ञानिकों को इसके बारे में पता चला लेकिन बहुत सी खामियां होने के कारण जनता बहुत कम इसके बारे में बताया गया और आज 2021 में यहां इस कदर हो चुका है की इसका असर प्राकृतिक तौर पर तो है ही साथ में जानवरों की प्रजाति पर भी इसका बहुत गहरा असर पड़ा है   आज इसका सीधा असर पड़ा है  इंसानों पर प्राकृतिक तौर पर तापमान बढ़ने से हो रहा है जिसमें धरती पर सभी जीव जंतु आते हैं अगर सीधे तौर पर बात करें तो जानवरों पर इनके प्रजनन क्षमता पर बहुत असर पड़ रहा है जिसका सीधा मतलब यह है कि अगर तापमान ज्यादा बढ़ता है या बढ़ता रहेगा तो जानवरों की आदि प्रजातियों की प्रजनन क्षमता पर बहुत असर पड़ता है जिससे जानवरों कीट पक्षी जलचर आदि पर यह सर ऐसे दिखता है तापमान बढ़ने का की कछुआ जो समुद्र में रहता है उस पर तापमान गरम और  ठंडे रहने से उनके मादा और नर के प्रजनन पर असर पड़ता है अगर ठंडे ठंडे रहते हैं तो नर कछुए पैदा होते हैं और अगर अंडे गर्म रहेंगे तो मादा कछुए ज्यादा पैदा होगी इसी तरीके से इनका असर कीटो आदि पर बहुत गहरा असर पड़ता है जिससे आने वाले समय में कुछ जीव जंतु जलचर कीट आ

जूम ऐप का इस्तेमाल विश्व में कितने लोग करते हैं ?

 विश्व में 2020 में जब से कोरोना महामारी फैली है तब से पूरे विश्व के लोगों ने ज्यादातर कर्मचारी ,व्यवसाई, शिक्षार्थी आदि क्षेत्रों से संबंधित लोगों द्वारा अपना कार्य घर से लेकर गए और सभी लोग ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल भरपूर करा जा रहा है


  जिसमें सोशल मीडिया का लोग भरपूर उपयोग कर रहे हैं जानकारी के लिए और संदेश भेजने के लिए और इस को आगे बढ़ाने के लिए जैसे- #ऑनलाइनकॉन्फ्रेंसिंग ,वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग , #ऑनलाइनवेबीनार ,#ऑनलाइनकार्यशाला आदि प्रोग्राम अब 2020 में ऑनलाइन ही शुरू हो गए हैं और इसका ही पूरे #विश्व में लोग ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं जिसमें की अभी तक ताजा आंकड़ों के अनुसार पूरे विश्व में 30 करोड़ लोग रोजाना जो #जूमऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं

यह ऐप 2011 में बनाया गया था जबकि यह #कोरोनाकाल के दौरान लगे #लॉकडाउन के कारण 2020 में यह #ऐप लोगों द्वारा बहुत उपयोग करा जाने लगा जिससे इसका #राजस्व 4500 करोड़ रहेगा 2020 के वित्त वर्ष में जहां 2019 में इस जूम एप #प्लेटफार्म पर रोजाना मात्र एक रोड लोग #ऑनलाइनबैठक कर रहे थे और जबकि अप्रैल 2020 से जूम एप के यूजर की संख्या 30 करोड़ तक पहुंच गई है

आज के समय #व्यक्तिगत और #व्यवसाय आदि लगभग सभी कार्य ऑनलाइन हो गए हैं और #सेमिनार ,#कार्यशाला, #संगोष्ठी, #सार्वजनिकसेमिनार आदि का जो चलन था वह अब ऑनलाइन प्लेटफार्म द्वारा उपयोग में लाया जा रहा है

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